’’मैं उस घड़ी को पास से देखना चाहती हूँ’’, मधु फिर कहती है । इस अजनबी शहर में हम दोनों अपने विवाह के प्रमोद काल के अन्तर्गत विचर रहे हैं, और जब से उसने हमारे होटल के कमरे से इस घड़ी के अंक रात में चमकते देखे हैं, उसने जिद पकड़ ली है, इस क्लॉक टावर की घड़ी उसे पास से ज़रूर देखनी है । ’ ’उसके लिए हमें एक गाइड की जरूरत पड़ेगी,’’ मीनार की ऊँचाई मुझे भयभीत कर रही है । ’’मैं गाइड कर दूँगा,’’ एक बूढ़ा अपने पहचान पत्र के साथ आगे बढ़ आया है । वह