मेरे शब्द मेरी पहचान - 15

  • 7.2k
  • 2.6k

आज की कविताएं :-)1.) अँधेरा ।2.) तपना ज़रूरी है ।देखा जाए तो रौशनी आँखो को धूमिल करती है और अंधेरा आँखो में पडी धूल को हटाने में मददगार है । अंधेरा आपके अस्तित्व को बनाए रखता है परंतु रौशनी आपको मुखौटे पहनने पर मजबूर कर देती है । रात काली ज़रूर होती है मगर याद रखना की चाँद का अस्तित्त्व अंधेरे से ही है । ---- अंधेरा ---- * की अंधेरा हालात नहीं बदलता ,जज़्बात