ईमानदारी का फल - 2

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फिर मनोहर ने उस सेठ का सामान उठाया और उसकी दुकान में रख दिया। और फ़िर सेठ ने मनोहर को कुछ पैसे दिए और पूछा की तुम क्या करते हो। तो मनोहर ने बताया की सेठ जी में बहुत ही गरीब इंसान हु। में खेतो में काम करता था मगर अब मुझे कोई भी काम नही देता । जिसकी वजह से में अभी बेरोजगार हु । और कितने दिनों से मेरे बीवी और बच्चे भूखे है ।तब सेठ ने कहा की तुम मेरी दुकान में काम क्यू नही कर लेते । क्युकी मुझे तुम्हारे जैसे ही किसी ईमानदार इंसान की