मेरी गर्लफ्रैंड भाग- 6फ्रेंडशिप डे से अगला दिन यानी कि नौकरी का इक्कीसवाँ दिन; पूरी रात अंतिम के बारे में सोचते हुए मैं अब उससे गुस्सा होकर भी गुस्सा नहीं था। मैं उससे बात करना चाहता था। उसे तकलीफ देने के लिए सॉरी बोलना चाहता था। लेकिन एक दिन पहले के अपने किए हुए, अदभुत कारनामे के वजह से मुझे झिझक लग रही थी। लेकिन पाउलो कोहेलो ने कहा हैं। ना कि “जब तुम किसी चीज़ को दिल से चाहो, तो सारी कायनात उसे तुमसे मिलाने की साज़िश में लग जाती हैं।“ ये बात उस दिन मुझे पहली बार सच