विवाह के बाद पवन ने मीता से मिलने की बहुत कोशिश की।कई बार उसके रास्ते को रोककर खड़ा हो गया।फोन पर आई लव यू कहा ।क्षमा मांगी।वह नहीं चाहता था कि वह आनन्द या उसके किसी अन्य मित्र से रिश्ता जोड़ ले।यह उसकी मर्दानगी को बर्दाश्त नहीं था पर दूसरी स्त्री की देह- गन्ध से सराबोर पवन को वह दुबारा स्वीकार करने को तैयार नहीं थी।वह उससे दूर तो हो गई पर क्या सच ही! रिश्ते भी कितने अजीब होते हैं अपनी इच्छा से आते हैं चले जाते हैं पर इंसानी मन पर अपनी छाप छोड़ जाते हैं। मीता रिश्ते