रहस्यमय मौत क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट आ चुका था। ख़ून किसने किया, कैसे किया और कब किया ये हम में से एक तो जानता ही था जो कि खूनी था या शायद हम में से कोई खूनी था ही नहीं। सवाल बहुत सारे थे और सब के दिमाग में थे पर जवाब हम नहीं जानते थे पर क्राइम ब्रांच वालों को देखकर डर सब रहे थे मानों हम सब के मन में एक खूनी छुपा हो। क्राइम ब्रांच वालों की नज़र में शक के घेरे में वो सब थे जो उस ३ घंटे के बीच समीर पांडेय के रूम में गये