चेतन को देख कर आनंदी को बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि उसकी आंखों में सच्चाई थी।आनंदी ने खाना खाने के बाद कहा चेतन मैं कल तुम्हारे टुरलिप स्कूल में आ रही हुं।तुमने जो जज्बा इतने कम उम्र में दिखाया है ये काबिले तारीफ है।चेतन ने कहा मैम मैं अपनी कोशिश से इसको बड़ा किया है और आगे भी करूंगा।।अन्वेशा ने कहा हां मां जानती हो मैं हमेशा चेतन को कहती हुं कि कहा तुम इन बच्चों के लिए इतने सपने देख रहे हो? चेतन कहता है कि ये ही उज्जवल भविष्य है बेजूवान है पर बहुत कुछ करने की जज्बा