कुंडी रिश्तों की

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फैमिली कोर्ट में जज साहब अपने चैम्बर में बैठे आरव और वर्षा की दलीलें ध्यान से सुन रहे थें। आज उनदोनों की आपसी सहमति से तलाक की आखिरी सुनवाई थी। जज साहब ने दोनों पति-पत्नी को समझाने का काफी प्रयास किया कि तलाक न लें और अपनी डेढ़ साल की शादीशुदा ज़िंदगी को एक और मौका देकर देखें। पर सम्बंध-विच्छेद की क़गार पर खडे ये पति-पत्नी अपनी अलग ही धून अलाप रहे थें। आज बाहर काफी ज़ोरों की आंधी-बारिश हो रही थी, मानो आकाश भी मोटे-मोटे आँसू बहा रहा हो! तेज़ हवा की वज़ह से जज साहब के चैम्बर का दरवाजा