उन दोनों की उम्र में पच्चीस साल का अंतर था।तो क्या हुआ?कुछ ने कुछ बात तो की ही जा सकती थी।पहले मारिया को हर पल अकेलेपन का एहसास सताता रहता था।लेकिन अब ऐसा नही था।अब वह अकेली नही,दो लोग थे उस द्वीप पर।मारिया रात को बेटी को लोरी सुनाती,कहानी सुनाती,चांद तारे और जानवरों के बारे में बताती।अपने देश के बारे में बताती।समय का चक्र रुकता नही है।वह अपनी गति से घूमता रहता है।पता ही नही चला कब समय गुज़र गया और जंगली जवानी की दहलीज पर आ खड़ी हुई।एक दिन मारिया को हरारत महसूस हुई।ऐसा पहली बार नही हुआ था।उसे