शाखाओं से जुङा आदमी “ तुम इन बच्चों का भविष्य बिगाङ रहे हो “ भीङ में से किसी ने सत्यव्रत को ललकारा । “ तुम इन्हें गलत बातें सिखा रहे हो “ । ये दूसरा व्यक्ति था । “ मैने गलत बातें कौन सी सिखाई । मैं तो वही सिखा रहा था जो ............” । अध्यापक ने रुआंसे स्वर में कहा । उसकी बात काटते हुए एक ऊँचा स्वर व्यंग्य में बोला – “ सदा सच बोलो । सत्य की हमेशा जीत होती है । ये तुमने ही सिखाया न जबकि सच्चाई यह है कि सच बोलनेवालों को लोगों ने