नोट:- अगर कोई गलती हो तो माफ करे और किसी और कहानी से सिमिलर लगे तो भी बताएं। इसके पार्ट्स थोड़े लेट भी आ सकते है क्योंकि मैं कोई प्रोफेशनल राइटर नहीं हूं और इसके आगे की कहानी या पार्ट तैयार होते जायेंगे आपको मिलते जाएंगे। {आपकी की नजरों ने समझा} तुम थे जहाँ मैं तेरे पास वहीं दर्द मेरे में तेरा साथ नही भीगे वो सपने ही आए नज़र है ये तेरा नशा आफ्रीं आफ्रीं आँखें ये मेरी ढूँढे तेरा पता लापता हो गए क्यूँ फिर एक दफा कुछ यादों में रखते थे तुमको सदा क्यूँ बताया ना हमसे