आज शाम को ही ऋषि और उसका पूरा परिवार बेंगलूर से घर के बड़े बेटे , अभिनव की शादी कराकर लौटे थे । घर में बहु के गृहप्रवेश की सारी रस्में संपन्न हो चुकी थी , अब बस कुछ छोटी मोटी रस्में बची थी , जो घर के बड़े से हॉल में संपन्न कराई जा रही थीं । ऋषि इन सबसे थक चुका था , तो वह अपने कमरे में आ गया । पूरे तीन दिन बाद वह अपने रूम को देख रहा था । उस दिन के बाद से ऋषि संचिता की बातों से थोड़ा उखड़ा उखड़ा सा जरूर