वर-वधू घर पर ही हैं ना? दरवाजे पर बहू की बड़ी दो बहनें अपने बच्चों के साथ खड़ी थी । आइए, उन्होंने मुस्कराने की चेष्टा की । बहू के परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें न भाता । आज छुट्टी हो ठहरी, बड़ी वाली बोली, बाहर घूमने भी तो जा सकते थे.... बहू उसी टैक्सटाइल मिल में पैकर थी जहाँ बेटा करघा चलाता था । बहू से बेटा वही मिला था । पिछले साल । मिलने के तीसरे माह ही उसे ब्याह लाया था । बहू के पिता एक मामूली दरजी थे और छह बेटियों के पुत्रविहीन उस परिवार में