राकेश मेहरा अपनी पत्नी शेफाली को अस्पताल लेकर आए। जहाँ शेफाली ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया। दिखने में बड़ी सुंदर, प्यारी-सी बेटियों को देखकर पति पत्नी दोनों ही बेहद ख़ुश थे। दोनों बेटियों निशा और आशा को वह हमेशा एक जैसे कपड़े पहनाते और एक जैसा ही तैयार करते। उन्हें देखकर कोई दोनों में अंतर ही नहीं कर पाता था। दोनों बहनों में बहुत ज़्यादा प्यार था, एक दूसरे के बिना कभी कुछ भी नहीं करती थीं। धीरे-धीरे दोनों जवान हो गईं, पढ़ाई भी दोनों की ख़त्म हो गई। अब माता-पिता को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। राकेश