हम–तुम

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बारिश का मौसम था सोनिया छत पर बारिश की बूंदों के साथ चाय का मजा लेते हुए टहल रही थी। तभी गौरव , जो की सोनिया के पड़ोस में रहता था वो भी हाथ में चाय का कप लिए छत पर आया। "हाई सोनिया," हैलो गौरव,"देखो, क्या इत्तेफ़ाक है, ये बारिश का मौसम हल्की सी बूंदा बांदी , ये चाय के दो कप और हम–तुम" सोनिया मुस्कुरा दी। और कहा, "तुम आज बड़े शायराना अंदाज में पेश आ रहे हो बात क्या है?" गौरव –"शायद मौसम का असर है" सोनिया–" लगता है तुम्हे बुखार आ गया है।" और इतना कहते कहते वो जोर जोर से