वो हस्पताल के वेटिंग रूम में कुर्सी पर पीछे सिर टिका कर आंखें बंद कर के बैठी थी।उसकी आंखों के कोर से आंसू निकल रहे थे। और उसके कंधों को भीगों रहे थे।उसकी आंखों के आगे एक हफ्ते पहले के सीन चल रहे थे। और वो यही सोच रही थी कि उसकी क्या गलती थी ।"वो एक लड़की है" क्या यही उसकी गलती है ।वो हर एक शख्स जिस पर वो आंख बंद करके भरोसा करती थी वहीं सब उससे सवाल कर रहे हैं। उस पर शक कर रहे हैं । यहां तक कि उसके मां बाप ने एक शब्द