तेरे इश्क में - अंतिम भाग

  • 6.5k
  • 4
  • 3k

शाम का वक्त सात बज गए थे, मयंक ओर मन पीछले आधे घंटे से वो तीनो लडकीओ का इन्तज़ार कर रहे थे पर रुम से आवाज आती सिर्फ पांच मिनट। अब मन का माथा ठनका ओर उस ने जोर से दरवाज़ा पीटते हुए कहा। एक मिनट के अंदर तुम लोग बाहर नही आई तो हम तुम तीनो को छोड़कर चले जाएंगे। काया ने दरवाज़ा खोल ते हुए कहा अरे नई बस हम आ ही रहे थे चलो। वो तीनो रूमसे बाहर निकलती है। मयंक ने कहा तुम लोग चाहे जीतना भी मेकअप क्यु ना करलो बन्दरिया ही लगो गी। ईस