साल 2021 शुरू तो बहुत बेकार तरीके से हुआ पर बहुत कुछ सिखाया इस साल ने।नही! नही! मैं कोई ज्ञान की बात नही करने आया हूँ, मैं तो बस वो एक किस्सा बतलाने आया हूँ जो दिए हुए शीर्षक से जुड़ा हुआ है।मेरा नाम अंकित है और यह बात है उस समय की जब लॉकडाउन धीरे धीरे खुलने लगा तो और शहर की रौनक वापस आरही थी। अभी BHU खुला नही था तो हमारे लिए एक तरह से यह लॉकडाउन अभी कायम था। इस पूरे समय में हम और हमारा रूममेट राजीव एकदम आलसी भालू जैसे हो गये थे, वो