इश्क. - 4

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इश्क़ तीन आप लोगों ने पढ़ा, मुझे निरंतर अच्छा रिस्पांस मिल राहा है ,जिसके लिए आप सभी पाठकों को मेरा अभिवादन । वेदांत कहता है - राज सर आप का बहुत -बहुत शुक्रिया ,आप ने मुझे पहचाना और मेरे टैलेंट को समझा है ।सर मैं बॉम्बे तो आ सकता हूँ ,परंतु मेरा अपने राज्य के भाखा- बोली और यहॉं की संस्कृति से अपने दिल और भावनात्मक रूप से मेरा जुड़ाव है।मुझे अपने छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है।बॉम्बे फ़िल्म इंडस्ट्रीज में बहुत मेहनत और टैलेंट की जरूरत होता है ,मुझसे नहीं होगा । राज सर-मैं कहाँ