भविष्य में भूतकालउपलब्ध साधनों के जरिए ही आपदाओं से निपटना पड़ता है । कई बार इनसे निपटने को साधन कम पड़ जाते हैं । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरी दुनिया ने यह देखा । संसाधनों की कमी का खामियाजा लोगों को अपनी जान से चुकाना पड़ा । हालांकि जब चुनौती नई हो, तो साधन खिलौने जान पड़ते हैं । उपलब्ध साधनों की सीमित तादाद के अलावा काम करने वाले हाथ ही कम पड़ जाएं, तब मुसीबत से निपटना आसान नहीं होता । क्या यह संभव है कि वर्तमान की आपदाओं से निपटने के लिए साधनों की आपूर्ति भूतकाल