तेरे इश्क में - 1

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"श्री" सो रही थी घड़ी की टीक टीक टीक आवाज पूरे कमरे मे छा रही थी, अभी फ़रवरी का महीना चल रहा था तो गुलाबी ठंड की लहर चल रही थी। सर्दी का मौसम था तो किसीका भी अपने बेड से उठने का मन नही करता। वो ही हाल श्री का था पर उसका फोन बार बार रिंग किये जा रहा था। उस ने बीना देखे फोन उठाया ओर कहा अबकी बार अगर फोन कीया ना तो मे टिकट कैंसिल करवा दूंगी। सामने उसकी दोस्त जीया थी उसकी सादी थी सारे दोस्त आ गए थे सिवा श्री के तो