इत्तेफाक - भाग २

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दूसरे दिन कोलेज कैम्पस: खुशी आज फिर से वही से गुजर रही थी थोड़ा-बहुत डर था पर फिर भी उस ने हिम्मत जुटाई और वहा से निकल ने लगी तभी पीछे से आवाज सुनाई दी ओ ओ बहन जी रुको जरा कहा जा रही हो यहाँ आओ । खुशी_____ वह पलटी और बोली,,,,,, क्या है क्या हुआ,,,,,? क्यों रोका है मुझे सोना - ओ बाप रे इतना गुस्सा,,,,, देखो यहां जो भी आता है हम से गुजर कर अंदर जाता है,,,,,, कल कुछ हुआ नहीं तो कल का कोटा आज पूरा होगा,,,! बोलो तुम क्या कर सकती हो हम सबके लिए। तभी रवींद्र