इन्तजार एक हद तक (महामारी) - 18

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फिर बच्चे इधर उधर बैठे थे उर्मी ने देखते ही कहा चलो सब पढ़ने बैठ जाओ। पढ़ाई बहुत जरूरी है। रवि ने कहा हां चाची जरूर।आप पहले भी हमें ऐसा कहती थी। फिर सभी बच्चे पढ़ने बैठ गए। रमेश ने चुपके से देखा कि उर्मी बड़े ध्यान से बच्चों को पढ़ा रहीं थीं।फिर सभी खाना खाने बैठ गए। उर्मी ने गर्म गर्म आलू के परांठे बनाने लगीं। चन्दू भी बहुत ही खुश हो गया और सबको परोसने लगा। सभी खाना खा कर सो गए। रमेश भी सो गया। दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गए। सभी बच्चे बहुत खुश