नारी

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काव्य संग्रह के अंतर्गत यह दूसरा भाग आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। जिसमें पहली कविता में एक नारी की मनोदशा और उसके अनुभव का वर्णन है और दूसरी कविता में एक फौजी जो देश की रक्षा करते हुए सीमा पर शहीद हो जाता है उसकी पत्नी की क्या दशा और व्यथा होती है जब उसके पति का पार्थिव शरीर उसके घर -आँगन में आता है। तीसरी कविता एक प्रेम आधारित कविता है। आशा है आप उचित प्रतिक्रिया देकर मुझे और लिखने के लिए प्रोत्साहित अवश्य करेंगे। १