रीगम बाला - 9

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(9) आज मौसम ऐसा था कि यात्री होटलों से बाहर निकल सकें । सुमन नागरकर की तबियत संभल तो गई थी मगर डाक्टर ने उसे आराम करने का परामर्श दिया था, इसलिये वह कमरे से बाहर नहीं निकलना था । नर्स अब भी उसकी देख भाल कर रही थी । कासिम उसका नाश्ता कमरे में भिजवा कर ख़ुद डाइनिंग हाल में आ बैठा था । निलनी कारमाउन्ट अभी तक उससे संध्या ही को मिलती रही थी मगर आज उसने नाश्ता के बाद मिलने का वादा किया था । कासिम बड़ी बेचैनी से उसकी प्रतीक्षा करने लगा । कासिम को उसकी