बरसात की रात - 3 - अंतिम भाग

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भाग – 3 रुपेश का दिमाग इन्ही सब सवालों से परेशान हो गया, उसका रोम रोम कांपने लगा तभी उसे बिजली की चमक मे वो भयानक आदमी हथौडा लिए फिर आता दिखा और आश्चर्य की बात थी कि उस आदमी का भी दिल नहीं था, वह हथौडा बार-बार अपने सर में मारने लगा जिसकी आवाज ऐसी हो रही थी जैसे कोई पत्थर में हथौडा मार रहा हो | बब्बन मर चुका था लेकिन कैसे ये सब उसे बिल्कुल भी समझ नही आ रहा था,  रुपेश अपने आंसू पोछ तुरंत वहां से भागने लगा पर जितनी तेजी से वो भागता उससे