बरसात की रात - 2

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भाग – 2 दोनों ने सारा माल बांट लिया और अपना अपना बैग सर के नीचे रख कर लेट गए, दोनों की आंख बस लग ही पाई थी कि तभी रूपेश को लगा जैसे कोई बड़ी तेज तेज किसी पत्थर पर हथौडा मार रहा हो | रूपेश ने बब्बन को उठाया लेकिन बब्बन गहरी नींद में था, रूपेश ने इधर-उधर देखा तो दूर ऐसा लगा जैसे कोई कब्र के पास बैठा कब्र को तोड़ने की कोशिश कर रहा था और उसी पर हथौडे से वार कर रहा था, रुपेश को न जाने क्या हुआ कि इस बारिश मे भी वो