इन्तजार एक हद तक (महामारी) - 16

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अगले दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गया रमेश और बोला कि सब का बैग पैक कर देना चन्दू और हां बच्चों के गर्म कपड़े भी रख लेना । चन्दू ने कहा हां ठीक है। फिर रमेश आफिस को निकल गए और वहां पहुंच कर अपना सारा काम अपडेट करने लगे। अमित ने कहा भाई मैं भी अपना बैग लेकर आया हूं। रमेश ने कहा हां ठीक है तुम्हारा ही सहारा है दोस्त। अमित ने कहा हां भाई मैं किसी काम आ सकु इससे अच्छा और क्या।फिर शाम को दोनों दोस्त निकल गए और जाने से पहले रमेश ने बड़े