वह जो नहीं कहा - 1

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वह जो नहीं कहा जनवरी 5 सुबह 6 बजे सुनो जानू ! आज तुम टूर पर हो तो लग रहा है आज यह घर पूरा का पूरा मेरा है . लग रहा है मैं आज सच्चे अर्थो में घरवाली हूँ वर्ना तो शाम के समय पूरे घर में तुम्हारी ही आवाजें सुनाई देती हैं -सुनती हो चाय बनाओ .जल्दी से खाना लाओ . चादर नहीं झाडी अब तक .भई ! तुम तो सारा दिन सोयी रहती हो और अब आधी रात तक बर्तन बजाती रहोगी . अब दूध क्या एक बजे रात दोगी . - पूरा दिन यही सब