इन्तजार एक हद तक (महामारी) -15

  • 5.8k
  • 2k

फिर सभी रात तक घर पहुंच गए और सभी इतने थके हुए थे फिर सभी दुध और बिस्कुट का कर सभी सो गए।दूसरे दिन सुबह सभी जल्दी जल्दी उठकर तैयार हो गए। बच्चे अपने स्कूल को निकल गए। रमेश आज बहुत ही शुकून हो कर चाय की चुस्की ले कर बोला पता है कल अम्मा जी का सपना नहीं आया लगता है कि उनको शान्ति मिल गई होगी।चन्दू ने कहा हां पर जब तक उर्मी बहु इस घर में वापस नहीं आ जाती तब तक कुछ भी नहीं हो सकता है। रमेश ने कहा हां हमें अब जोधपुर जाना होगा।