विश्वासघात--(सीजन-२)--भाग(१९)

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विश्वनाथ ने पीटर से कहा.... इन दोनों को अपने अड्डे पर ले चलो,अभी बताता हूँ इन्हें कि विश्वनाथ से पंगा लेने का क्या अन्जाम होता है? रंगा!अड्डे पर ही इसके भाई को फोन करके कह दो कि ये दोनों मेरे कब्जे में है अगर ज्यादा चूँ-चपड़ की तो इन दोनों का भेजा उड़ाने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा मुझे।। यस बाँस,रंगा बोला।। और पीटर लाज और प्रकाश को मोटर में बैठाकर अड्डे की ओर रवाना हो गया लेकिन विश्वनाथ को ये पता नहीं चला कि विकास वहीं पर छिपा हुआ था,आज वो दाढ़ी-मूँछ लगाकर आया था इसलिए विश्वनाथ