हाँ तो साहिबान,मेहरबान और कद्रदान! अरे हमारा मतलब है कि हमारे शहर में आये हुए हमारे सभी प्यारे मेहमान! आपका स्वागत करता है ये आपका अपना प्यारा राधे,गाइड! आज हम आपको दिखायेंगे, सुनायेंगे और आप सबको घुमायेंगे अपना प्यारा शहर, हिन्दुस्तान की आन-बान और शान...वाराणसी! वाराणसी... मन्दिरों का शहर,भारत की धार्मिक राजधानी,भोलेबाबा की नगरी और हाँ इसे दीपों का शहर भी कहा जाता है। "तो हम शुरू करेंगे आज अपना सफ़र वाराणसी के घाटों की खूबसूरती को अपनी आँखों के कैमरों में कैद करने से और हाँ जो बाबू , मैडम,चाचा,बउआ या बहिन जी चाहें वो इन्हें अपने गलों में