कर्तव्य (1) व्यक्ति को अपने जीवन में माता-पिता,भाई -बहन का ध्यान रखना चाहिए; जब शादी हो जाये तो जीवन पर्यंत जीवन साथी का पूरा ध्यान और भरणपोषण करना चाहिए।जब बच्चे हों तो उनकी पूरी ज़िम्मेदारी से शादी विवाह करने के बाद,उनके बच्चों का भी भरपूर ध्यान रखना आवश्यक है ।जो अपनी सभी ज़िम्मेदारियों को बख़ूबी निभाता है वही समाज में एक अच्छा व्यक्ति कहलाता है ।ऐसा सदियों से सुनने में आता रहा है ।लेकिन कुछ भारत-माता के सपूत , माता पिता के बेहद लाड़ले ऐसे भी इस संसार में हैं