मालती देवी इतना तो जानती थीं कि स्त्री के लिए किसी न किसी मर्द का संरक्षण जरूरी होता है ,पर इस संरक्षण की इतनी बड़ी कीमत देनी पड़ती है ,यह वे नहीं जानती थीं |पति की मृत्यु के बाद जब देवर ने उन्हें बच्चों समेत सड़क पर ला खड़ा किया था |उस समय उनके पति के एक घनिष्ठ मित्र ने उन्हें सहारा दिया था ,पर उन्हें इस सहारे की कीमत के रूप में अपना सब- कुछ कुर्बान करना पड़ा था ,वह भी उम्र -भर के लिए |तब बच्चे छोटे थे इसलिए सब कुछ ठीक चलता रहा पर अब उनकी बड़ी