मुँह को बंद रखना, मौन अब जरुरी है

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शीर्षक: मुँह को बंद रखना, मौन अब जरुरी है जीवन के क्षेत्र में मौन” और “खामोशी” दो शब्द ऐसे है, जिनका मतलब प्रायः एक जैसा होते हुए भी हटकर लगते है। खामोशी जहां वीराना और तन्हाई का रहस्यमय वातावरण महसूस कराता वहीं मौन में शांति का अतिरिक्त आभास होता है। मौन को योगिक तत्व भी माना गया है। आत्मिक उत्थान में मौन का सहयोग धर्म शास्त्रों ने भी स्वीकार किया है। आज हम मौन और खामोशी की अनुसन्धानत्मक चर्चा जीवन की समस्याओं के तहत करेंगे जिससे हम अपने व्यक्तित्व को विपरीत अवस्था में भी प्रखर रखने की कला से अनभिज्ञ