मनोविज्ञान के अनुसार मानव का जीवन मन द्वारा ही संचालित होता है । मन की शक्ति द्वारा ही हमारी समस्त इंद्रियां सक्रिय होती हैं इसीलिए मन को इंद्रियों का राजा कहा जाता है कहा जाता है----" मन के हारे हार है मन के जीते जीत"--- मन को वश में करके ही मानव ध्यान की अवस्था तक पहुंच पाता है मन की ध्यान अवस्था के कारण ही हम इंद्रियों से देख पाते हैं सुन पाते हैं तथा क्रियाशील हो पाते हैं । ध्यान पूर्वक कार्य करने पर ही हम जीवन में सफल हो पाते हैं तथा बड़ी से बड़ी उपलब्धि प्राप्त