(2) मगर विनोद अपनी धुन में चलता रहा । हमीद ने कई बार रुक रुक कर उन आंखों को घूरा, किसके कारण वह विनोद से पीछे रह गया । विनोद ने कार की पिछली सीट पर रमेश को लिटा दिया । सरला भी पिछली ही सीट पर बैठी, और विनोद अगली सीट पर बैठा । हमीद जैसे ही कार के समीप पहुंचा, कार स्टार्ट हो गई । “अरे ---अरे –सुनिये तो –रोकिए –” हमीद चिल्लाता हुआ दौड़ा मगर कार स्पीड में आ चुकी थी । हमीद ओर तेजी से दौड़ा, मगर उसके चेहरे पर धूल पड़ी और वह आंखें मलने