प्रश्न:ईश्वर कहां है!अगर है तो दिखाई क्यों नहीं देता? इस समस्त ब्रह्माण्ड में हीं ईश्वरीय चेतना प्रवाहित हो रही है।इसके कण कण में ईश्वर व्याप्त है। बिजली से बल्ब पंखा कुलर हीटर जलते चलते आप देख सकते हैं बिजली को देखा है आपने!अगर नहीं देखा है तो फिर क्या बिजली का अस्तित्व नहीं है?बिजली की तरह इस सम्पूर्ण जगत में जो चेतना का प्रवाह है वही ईश्वर है।आप ईश्वर को मानेंगे तो भी वो चेतना आपके अंदर है और नहीं मानेंगे तो भी वो चेतना आपके साथ साथ पूरे ब्रह्मांड में प्रवाहित होती रहेगी।अब बात आती है मंत्र जप