इंसानी दुनिया से अलग है एक दूसरी दुनिया""" पक्षीलोक """यहाँ के लोग दिखते तो आम लोग जैसे ही है पर आम इंसान जैसे है भी नही इनका आधा चेहरा पक्षी जैसा है और बड़े बड़े पंख है ।ये लोग अपनी जिंदगी सुकुन से जिते है इन्हे किसी बात की दिक्कत नहीं थी क्योकि पक्षीलोक का "राजा अधिराज "बहुत ही दयालु है जोकि अपनी प्रजा को खुश रखता है।पर अधिराज के जीवन में ही कोई खुशी नहीं थी उसके जीवन के उथलपुथल का कारण है" कालाशौंक "कालाशौंक अधिराज कि दुश्मनी का कारण है अधिराज की मणि (शक्ति मणि और इच्छा मणि )ये