फ़ोन कॉल रवि के हाथ पंखे से उसके द्वारा बने फंदे पर थे। वह स्टूल पर खड़ा था। वह जैसे ही फंदे को अपने गले मे डालने लगा तभी उसके फ़ोन की घण्टी बज गए। वह दुविधा में था। घण्टी बजे जा रही थी। बाहर से उसकी पत्नी भी अब ज़ोर से बोली 'आपका फ़ोन बज रहा है उठाते क्यों नही?' रवि ना चाहते हुए भी उतरा और फ़ोन को रिसीव किया। 'सर् में अदिति बोल रही हूँ, ओल्ड एज होम से हमारी संस्था बेसहारा बुजुर्ग लोगों की सहायता करती है। एक बुजुर्ग है जिनकी बाईपास सर्जरी तुरन्त होनी है।