मेरी मोहब्बत: अधूरी होकर भी पूरी है !

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लड़का:- "सर आप इतने अच्छे पेंटर है, सुख-दुःख,दर्द जैसी अनेकों भावनाओं को रंगों के माध्यम से सबके सामने प्रस्तुत करने की कला कोई आपसे सीखे..!!"आदमी ने मुस्कुराते हुए कहा:- "तारीफों के लिए शुक्रिया"लड़का:- "हमारे मन में एक सवाल कौंध रहा है, किसी काम के पीछे कोई ना कोई कारण या प्रेरणा जरूर होता है, चाहे वो एक लेखक हो या पेंटर..!! आपके इस अद्भुत कौशल के पीछे किसका हाथ है..?? आपकी प्रेरणा कौन है..??"आदमी:- "जरूरी नही हर किसी के पीछे कोई प्रेरणा हो, परंतु मैं अपनी सफलता का श्रेय किसी को देना चाहूँगा, और वो हैं 'मेरी प्रेरणा'..!!"लड़का:- "आपकी प्रेरणा..??"आदमी