नन्दन काका के पीछे जाकर उन्हें पकड़ कर फिर पूछने लगा, "काका मैं आखिरी बार पूछ रहा हूं, सच बताओ" काका ने बस इतना ही कहा की अगर सच जानना ही है तो कल रात मेरे साथ उस घर के अन्दर चलना .. तय वक्त के मुताबिक रात का अंधेरा गिरते ही नन्दन काका के साथ निकल पड़ा उस घर की ओर, वहा पहुंचते ही काका ने कहा की कुछ दिखाई दे या कुछ भी हो जाए बस शोर मत मचाना. घर के अंदर घुसकर काका ने आंगन में टिफिन खोलकर सारा खाना एक प्लेट में सजाया और फिर एक