घर का डर - १

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राजस्थान के अपने एक छोटे से गांव में नन्दन लगभग ६ साल बाद आया और आने का कारण भी कुछ और नहीं बल्कि उसके पिताजी की मौत थी, वो उसी गांव के सरपंच भी थे. पिताजी की मौत अजीब ही हालात में हुई थी ना ही दिल का दौरा ना ही कोई एक्सीडेंट.. जब नन्दन को गांव से परिवार का फोन आया तब वो शहर में ऑफ़िस के किसी मीटिंग में था और उतना सुनते ही वो तुरन्त अपने गांव जाने के लिया निकला पर अब भी उसका दिमाग एक के बाद एक कई सवाल उस से पूछ रहा था