कहानी --अंतिम इच्छा ऊपरवाले से बड़ा कहानीकार तो कोई नहीं हो सकता है .किसकी कहानी कैसी होगी , कितनी लम्बी या छोटी , सुखान्त या दुखांत कब और कहाँ कहानी में ट्विस्ट होगा वह बखूबी स्क्रीप्ट लिखता है . मेरी यानी शीला की कहानी भी कुछ ऐसी ही है .मैं मुंबई के एक अस्पताल में बहुत दिनों से से बिस्तर पर पड़ी हूँ .लग रहा है कि द्रौपदी की चीर की तरह ज़िन्दगी खींची जा रही है .सुनने में आया है कि मेरे ब्लड का सैंपल किसी विशेष टेस्ट के लिए विदेश भेजा गया है .अगले सप्ताह उसकी रिपोर्ट