आत्मा की पुकार - 2ब्लैकआउट के बाद विक्रांत जब बेहोश होकर गिर रहा था तब उसके हाथ से पानी की बोतल के गिरने की आवाज को सुनकर नींद खुल गई थी रुचिका की, उस रात किसी तरह संभाल कर अगले दिन डॉक्टर के पास गए वह सब I सभी बातों को डॉक्टर के सामने खुलकर बताने पर डॉक्टर ने विक्रांत को परामर्श दिया कि किसी बढ़िया साइकेट्रिस्ट से बात करें , इसीलिए आज वह सभी आए हैं प्रसिद्ध साइकेट्रिस्ट व विक्रांत के सहकर्मी डॉ. श्वेतांक बंसल के पास I डॉ.