कहानी :- मैं माँ हूँ शोभा अपने गाँव में पति और एकलौते बेटे के साथ खुशहाल ज़िन्दगी जी रही थी . अभी उसका बेटा चंदू दस साल का था . उसका पति शंकर उसे बहुत प्यार करता था .चंदू गाँव के स्कूल में ही पढता था. शंकर का गाँव में अपना छोटा सा घर था और कुछ खेत और एक जोड़ी बैल भी थे .उसके खेत से कुछ अनाज और सब्जियाँ आ जाती थीं. जिस से उसके छोटे से परिवार का पेट भर जाता था . खेती से बचे समय में वह राज मिस्त्री का काम करता