अगली सुबह कायरा रेडी होकर अपने घर से बाहर निकली , तो उसे अपने गेट के बाहर अपनी स्कूटी खड़ी मिली । वह अपनी स्कूटी को देखकर बहुत खुश हुई । कायरा अपनी स्कूटी के पास आयी और उसे चैक करने लगी । स्कूटी में पेट्रोल वगेरह सब था । वह समझ गई कि उसकी स्कूटी, आरव ने ही उसके घर पहुंचाई है । वह खुश होकर मन ही मन बोली । कायरा ( मुस्कुराकर खुद से ) - कितने अच्छे हैं ना आरव आप । ना ही मैंने स्कूटी लाने की लिए आपसे कहा , और ना ही कल