angelical गंगासागर के दर्शन हो रहे हैं और ऐसे ही गंगासागर के सम्मान में अदैन्य ने आज पारंपरिक बेंगोली परिधान धारण किया है. हाथों में कनेर की अंजलि लिए हुए अदैन्य ने कनेर अंजलि के साथ-साथ अपने अश्रु के एक बूंद की भी अंजली गंगासागर की चढ़ाई. बेंगोल की नर बांसुरी में अदैन्य के इस दृश्य को अपना संगीत दिया अदैन्य अंतरात्मा से सब कुछ समझ गए. दूसरे दिन अदैन्य चंद्रकांत माणिक के आग्रह पर उनके घर डिनर पर पहुंचते हैं. जहां चंद्रकांत माणिक के दो बेटे एक बेटी और उनकी धर्मपत्नी अदैन्य की प्रतीक्षा कर रहे थे. माणिक जी के