एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 17

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सुबह - सुबह देवेश जी बाहर टहलने के बाद बालकनी में आकर अपनी फेवरेट चेयर पर बैठे न्यूज पेपर पढ़ रहे थे । तभी मालती जी उनके लिए चाए लेकर आयीं और देवेश जी को चाए देकर बोली । मालती जी - जी....!!! लीजिए आपकी सुबह की चाए । देवेश जी न्यूज पेपर को साइड में रखी टेबल में रखते हैं, और मालती जी के हाथ से चाए का कप ले लेते हैं । मालती जी चाए देने के बाद वापस जाने के लिए कुछ कदम बढ़ाने लगती है, तो देवेश जी पीछे से उनका हाथ पकड़ लेते है और