कहानी - वर्जिनिटी का भूत उतर गया “ सुमन भाभी , शादी मुबारक हो . “ “ कौन ? सॉरी मैं तुम्हें पहचान न सकी . “ “ मैं गीता बोल रही हूँ , याद आयी वो तूफानी रात …. . “ “ हाँ , हाँ . पर अचानक मेरी याद कैसे आयी ? “ “ आप मेरी जिंदगी में देवदूत बन कर आयीं , आपको भला मैं कैसे भूल सकती हूँ . मैं शेखर की बहन गीता बोल रही